CTET 2021 Most Expected Question

CTET Expected Questions MCQ

Child Development and Pedagogy MCQ

CTET Important Questions in Hindi: CTET 2021 के लिए महत्वपूर्ण सवाल और उनके उत्तर इस लेख में हिंदी भाषा में उपलब्ध हैं. यहां पर दिए गए प्रश्न CTET 2021 के पेपर 1 और पेपर 2, दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं. 

CTET Important Questions in Hindi: CTET 2021 के लिए महत्वपूर्ण सवाल और उनके उत्तर यहां पर हिंदी भाषा में उपलब्ध हैं. ये सभी प्रश्न बाल विकास और अध्यापन (Child Development and Pedagogy) पर आधारित हैं. यहां पर दिए गए प्रश्न CTET 2021 के पेपर 1 और पेपर 2, दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं. इस परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को ये प्रश्न ज़रूर तैयार करने चाहिए.

1. अधिगम के लिए निम्न में से कौन-सी धारणा उपयुक्त है ?
(1) प्रयासों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
(2) योग्यता सुधार्य है।
(3) योग्यता अटल है।
(4) असफलता अनियंत्रित है।

Answer – (2)

2. निम्न में से कौन-सी परिपाटी, विद्यार्थियो म संकल्पनात्मक समझ में बढ़ोतरी करने में सहायक है ?
(1) अन्वेषण और संवाद
(2) प्रतिस्पर्धा आधारित प्रतिस्पर्धाएँ
(3) पाठ्य-पुस्तक-केंद्रित शिक्षाशास्त्र
(4) बारंबार परीक्षाएँ

Answer – (1)

3. बच्चों को सीखने में कठिनाई होती है, जब –
(1) विषय-वस्तु को बहुरूपों में प्रस्तुत किया गया हो।
(2) सूचना अलग-अलग टुकड़ों में प्रस्तुत की जाए।
(3) वो आंतरिक रूप से अभिप्रेरित हो।
(4) अधिगम सामाजिक संदर्भ में हो।

Answer – (2)

4. अधिगम की सर्वोत्तम अवस्था कौन सी है ?
(1) कोई उत्तेजना नहीं, कोई भय नहीं
(2) उच्च उत्तेजना, उच्च भय
(3) निम्न उत्तेजना, उच्च भय
(4) संतुलित उत्तेजना, कोई भय नहीं

Answer – (4)

5. अधिगम का संरचनात्मक विचार यह सुझाव देता है कि ज्ञान की संरचना में
(1) बच्चे पूर्ण रूप से पाठ्य-पुस्तकों पर निर्भर रहते हैं।
(2) बच्चों की कोई भूमिका नहीं होती।
(3) बच्चे पूर्ण रूप से वयस्कों पर निर्भर रहते
(4) बच्चे सक्रिय भूमिका निभाते हैं।

Answer – (4)

6. एक कार्य के दौरान, सायना स्वयं से बात कर रही है कि वह कार्य पर किस प्रकार प्रगति कर सकती है । लेव वायगोत्स्की के भाषा और चिंतन/सोच के बारे में दिए गए विचारों के अनुसार, इस तरह का व्यक्तिगत वाक’ क्या दर्शाता है ?
(1) मनोवैज्ञानिक विकार
(2) संज्ञानात्मक अपरिपक्वता
(3) स्व: नियमन
(3) आत्म-केन्द्रिता

Answer – (3)

7. मूल्यांकन पद्धतियों का लक्ष्य होना चाहिए
(1) पुरस्कार-वितरण हेतु उच्च-अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की पहचान करना।
(2) विद्यार्थियों को नामांकित करना।
(3) योग्यता-आधारित समूहों में विद्यार्थियों को विभाजित करना।
(4) विद्यार्थियों की जरूरतों एवम् आवश्यकताओं की पहचान करना।

Answer – (4)

8. बच्चों के विकास की व्यक्तिगत विभिन्नताओं को किस पर प्रतिरोपित किया जा सकता है ?
(1) आनुवंशिकता एवम् पर्यावरण की पारस्परिकता पर
(2) केवल आनुवंशिकता पर
(3) केवल पर्यावरण पर
(4) ना आनुवंशिकता पर ना पर्यावरण पर

Answer – (1)

9. एक खेल क्रिया के दौरान चोट लगने पर रोहन रोने लगा। यह देखकर उसके पिता ने कहा, “लड़कियों की तरह व्यवहार ना करो; लड़के रोते नहीं हैं।” पिता का यह कथन –
(1) लैंगिक रूढ़िवादिताओं को चुनौती देता
(2) लैंगिक रूढ़िवादिताओं को दर्शाता है।
(3) लैंगिक समानता को बढ़ावा देता है।
(4) लैंगिक भेदभाव को कम करता है।

Answer – (2)

10. एक प्रगतिशील कक्षा में
(1) विद्यार्थियों को उनके अकादमिक अंकों के आधार पर नामांकित करना चाहिए।
(2) अध्यापक को अटल पाठ्यक्रम का पालन करना चाहिए।
(3) विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा पर बल देना चाहिए।
(4) ज्ञान की संरचना के लिए प्रचुर मौके प्रदान करने चाहिए।

Answer – (4)

11. एक गतिविधि के दौरान, छात्रों को संघर्ष करते देख, एक अध्यापिका बच्चों को संकेत और इशारे जैसे – ‘क्या, क्यों, कैसे’ प्रदान करने का फैसला लेती है । लेव वायगोत्स्की के सिद्धांत के अनुसार, अध्यापिका की यह योजना –
(1) अधिगम की प्रक्रिया में अर्थहीन होगी।
(2) बच्चों को अधिगम के लिए अनुत्प्रेरित/निष्प्रेरित करेगी।
(3) अधिगम के लिए पाड़/आधारभूत संरचना का काम करेगी।
(4) छात्रों में प्रत्याहार/निकास प्रवृत्तियाँ पैदा करेगी।

Answer – (3)

12. बच्चों के समाजीकरण के संदर्भ में निम्न में से कौन सा कथन सही है ?
(1) परिवार एवम् जन-संचार दोनों समाजीकरण के द्वितीयक कारक हैं।
(2) विद्यालय समाजीकरण का एक द्वितीयक कारक है और परिवार समाजीकरण का एक प्राथमिक कारक है।
(3) विद्यालय समाजीकरण का एक प्राथमिक कारक है और समकक्षी समाजीकरण के द्वितीयक कारक हैं।
(4) समकक्षी समाजीकरण के प्राथमिक कारक हैं और परिवार समाजीकरण का एक द्वितीयक कारक है।

Answer – (2)

13. बहु-बुद्धि का सिद्धांत जोर देता है कि –
(1) बुद्धिमत्ता में कोई व्यक्तिगत विभिन्नताएँ नहीं होती हैं।
(2) बुद्धि-लब्धि केवल वस्तुनिष्ठ परीक्षणों के द्वारा ही मापी जा सकती है।
(3) एक आयाम में बुद्धिमत्ता, अन्य सभी आयामों में बुद्धिमत्ता निर्धारित करती है ।
(4) बुद्धिमत्ता की विभिन्न दशाएँ हैं ।

Answer – (4)

14. लारेंस कोलबर्ग के सिद्धांत के अनुसार, “किसी कार्य को इसीलिए करना, क्योंकि दूसरे इसे स्वीकृति देते हैं”, नैतिक विकास के ___ चरण को दर्शाता है।
(1) अमूर्त संक्रियात्मक
(2) प्रथा-पूर्व
(3) प्रथागत
(4) उत्तर-प्रथागत

Answer – (3)

15. विकास के संदर्भ में निम्न में से कौन सा कथन सही है ?
(1) विकास बहुआयामी होता है।
(2) विकास की दर, सभी संस्कृतियों में सभा के लिए समान होती है।
(3) विकास केवल विद्यालय में होने वाले अधिगम से ही होता है।
(4) विकास केवल बाल्यावस्था के दौरान ही होता है।

Answer – (1)

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